तेरे ही रंग में रंगा ये संसार, बस तेरा ही दिवाना है, तुझको पाने का सपना लेकर, इस नश्वर जीवन में समय बिताता है, कैसे तुझको रिझा सकें? इसी जतन में लगा रहता है, कभी बागों से सुन्दर कलियाँ लाकर, सुन्दर हार बनाता है, तरह-तरह से श्रंगार करके, मोर पंख और तुलसी दल से सजाता है, खुद को भक्ति की खुशबू से महकाके, वो तेरे महल में खूब इत्र बरसाता है, कृष्ण-कृष्ण, राधे-कृष्ण रटकर, तेरा ही कीर्तन करता जाता है... #294thquote