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सुबह सुबह कानों में जो आवाज़ आई हैं, चारों तरफ बस

सुबह सुबह कानों में जो आवाज़ आई हैं,
चारों  तरफ  बस उसकी ही मधुरता छाई हैं ।
किसकी  आवाज़  ये  हैं जो  दिल  में  समाई हैं,
मानो माँ सरस्वती किसी की जुबां पर उतर आई हैं

ये कलियों ने अपने खिलने की ख़ुशी जताई हैं,
या कोयल ने अपनी सुरीली राग सबको सुनाई हैं ।
ये गुल ने अपनी बुलबुल को चुपके से आवाज़ लगाई हैं,
या रांझा ने अपनी हीर को, अपने दिल की दास्तां बताई हैं ।

ये आसमां में बादलों की प्यारी लड़ाई हैं,
या पर्वतों पर काली घटा ने पुकार लगाई हैं ।
ये गोपियों ने कान्हा को अपनी मोहब्बत जताई हैं,
या राधा-कृष्ण ने मधुबन में अपनी रास लीला रचाई हैं ।

ये किसी शादी-विवाह में बजीं शहनाई हैं,
या पनघट पर पनिहारिन ने गगरी छलकाई हैं ।
ये पूनम को चाँद से मिलने उसकी चाँदनी आई हैं,
या  माँ  ने  अपने  बेटे  को  एक  प्यारी लौरी  सुनाई हैं ।

ये आवाज़ जो सबके तन मन में समाई हैं,
यहाँ ना  कोई  करिश्माई  परी  उतर  आई  हैं ।
औऱ ना  ही  कृष्ण  ने  अपनी  बाँसुरी  बजाई  हैं,
ये तो स्वर कोकिला लता जी ने अपनी लय बिखराई हैं । यह कविता लता मंगेशकर जी को
मेरी तरफ़ से उनके जन्मदिवस पर समर्पित....

#nojoto #talvindra_writes
सुबह सुबह कानों में जो आवाज़ आई हैं,
चारों  तरफ  बस उसकी ही मधुरता छाई हैं ।
किसकी  आवाज़  ये  हैं जो  दिल  में  समाई हैं,
मानो माँ सरस्वती किसी की जुबां पर उतर आई हैं

ये कलियों ने अपने खिलने की ख़ुशी जताई हैं,
या कोयल ने अपनी सुरीली राग सबको सुनाई हैं ।
ये गुल ने अपनी बुलबुल को चुपके से आवाज़ लगाई हैं,
या रांझा ने अपनी हीर को, अपने दिल की दास्तां बताई हैं ।

ये आसमां में बादलों की प्यारी लड़ाई हैं,
या पर्वतों पर काली घटा ने पुकार लगाई हैं ।
ये गोपियों ने कान्हा को अपनी मोहब्बत जताई हैं,
या राधा-कृष्ण ने मधुबन में अपनी रास लीला रचाई हैं ।

ये किसी शादी-विवाह में बजीं शहनाई हैं,
या पनघट पर पनिहारिन ने गगरी छलकाई हैं ।
ये पूनम को चाँद से मिलने उसकी चाँदनी आई हैं,
या  माँ  ने  अपने  बेटे  को  एक  प्यारी लौरी  सुनाई हैं ।

ये आवाज़ जो सबके तन मन में समाई हैं,
यहाँ ना  कोई  करिश्माई  परी  उतर  आई  हैं ।
औऱ ना  ही  कृष्ण  ने  अपनी  बाँसुरी  बजाई  हैं,
ये तो स्वर कोकिला लता जी ने अपनी लय बिखराई हैं । यह कविता लता मंगेशकर जी को
मेरी तरफ़ से उनके जन्मदिवस पर समर्पित....

#nojoto #talvindra_writes

यह कविता लता मंगेशकर जी को मेरी तरफ़ से उनके जन्मदिवस पर समर्पित.... #Nojoto #talvindra_writes