White कुछ अल्फज़ :- "कोई नही है अहम, बस सिर्फ है वहम! दस्तूरे उल्फत का ही है तो कसूर, येह इश्क़ भी है कितना मगरूर! धड़कनों को है शिकवा बहुत हुज़ूर, सासों पे जो है छाया तेरा ही सुरूर! ज़ेहन पे,यादों पे,ख्यालों पे, ही तो है बस तेरा ही फितूर!" ©ALFAZ DIL SE #Shiva #lovepoetry poetry in hindi love poetry for her love poetry in #drdanpoetry