ये सर्द सुनहरी सुबह है, और इस बेरहम सर्दी में ये उपदेश देने वाले बहुत मिलेंगे, ,,भाई बहुत ठंड है,ध्यान रखना,, पर रजाई कम्बल कोई नहीं देगा ये कहकर कि, ,,,ले भैया ठंड बहुत है ओढ़ लेना, सब प्रभु की माया। ठंडी का उपदेश