पुरुष कुछ भी स्वीकार कर लेते हैं आसानी से , परन्तु वो पूर्ण समर्पण और त्याग नहीं कर पाते । स्त्रियां कर सकती त्याग और पूर्ण समर्पण , परन्तु वो कुछ स्वीकार नहीं कर पाती आसानी से ।। - मन्नत स्त्री- पुरुष