मेरी सुबह-शाम जांना, तेरी याद का तराना। तेरे रुख़ की मुस्कराहट, ग़म-ए-दिल का है ठिकाना। मेरी ज़िन्दगी तुम्ही हो, कभी रूठकर न जाना। कोई रंज-ग़म तुम्हे हो, मुझे दे के मुस्कुराना। हो फ़ासले भी गर तो, मेरे गीत गुनगुनाना। कभी दरमियां में अपने, आए न ये ज़माना। मुझे दिल में यूं बसाकर, नज़रों से न गिराना। तेरी चाहतों पे क़ुर्बां, मेरे दिल का हर ख़ज़ाना। गर साथ छोड़ दें सब, मुझे अपना तुम बनाना। मिरे ख़्वाब तुम सजाना, मिरे दिल में घर बनाना।। #yqaliem #yaad #jaana #saath #ishq #tarana