Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो खोए हुए अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं वो पुरानी बात कहा

वो खोए हुए अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं
वो पुरानी बात कहा से लाऊं
खो गए जो जज़्बात कहां से लाऊं..
खो गया वो इंसान जो बसता था तुझमें, कहां से लाऊं
तेरी मिल्कियत की हंसी कहां से लाऊं।
ये ना कहना कि मेरी हंसी यहीं है..
अरे! किराए की हवेली में रजवाड़ी ठाठ कहां से लाऊं
ये तेरी हंसी नहीं ये तो बस ज़माने  लिए मुखौटा है।
जो आंसू तूने मेरे सामने हैं बहाए, किसे दिखाऊं..
ये तेरा गम तो नहीं?
शायद, वही है जो स्याही बन
चल पड़ा है कागज़ पर..
वरना मेरे अंदर वो बात कहां से लाऊं....
 एक पुरानी रचना.. पीले पड़ते पन्नों वाली डायरी से...#syahi  #wiredwords  #shabd #nishabd #ashay
वो खोए हुए अल्फ़ाज़ कहां से लाऊं
वो पुरानी बात कहा से लाऊं
खो गए जो जज़्बात कहां से लाऊं..
खो गया वो इंसान जो बसता था तुझमें, कहां से लाऊं
तेरी मिल्कियत की हंसी कहां से लाऊं।
ये ना कहना कि मेरी हंसी यहीं है..
अरे! किराए की हवेली में रजवाड़ी ठाठ कहां से लाऊं
ये तेरी हंसी नहीं ये तो बस ज़माने  लिए मुखौटा है।
जो आंसू तूने मेरे सामने हैं बहाए, किसे दिखाऊं..
ये तेरा गम तो नहीं?
शायद, वही है जो स्याही बन
चल पड़ा है कागज़ पर..
वरना मेरे अंदर वो बात कहां से लाऊं....
 एक पुरानी रचना.. पीले पड़ते पन्नों वाली डायरी से...#syahi  #wiredwords  #shabd #nishabd #ashay

एक पुरानी रचना.. पीले पड़ते पन्नों वाली डायरी से...#syahi #wiredwords #shabd #Nishabd #Ashay