इस टूटे दिल की अब यहाँ कोई इमदाद नही करता, और मैं भी किसी फ़रिश्ते की फ़रियाद नही करता, कहने को तो अनजाने में जो ज़ख्म दिए वो काफी है, भूला नही कुछ भी अबतक, बस याद नही करता।।