मैंने उसकी खुशियों के लिए अपनी ख़्वाहिशे ही बेच डाली, भूलाकर उसमें खुदको हम खुदको ही भूल आये, फिर क्या मिला खुदको जो खुदकी खोज में जो निकले, एक तड़फ जो कभी रूकती नहीं एक दर्द जो कभी मिटता नहीं।।। #NojotoQuote #poetry #hindishayari #nojotohindi #babuwabol