3 फैक्ट्स जिससे पता चले के शिव जी भांग का नशा नहीं करते:- 1. शिव जी को बोलते हैं देवताओं के मुखिया यानी महादेव जो देवताओं के भी देवता हैं तो अगर देवता वैष्णो है तो देवताओं के मुखिया यानी महादेव वैष्णो क्यों नहीं होंगे।। तो भांग तो एक नशा है।।और नशा करने वाला वैष्णो कैसे हो सकता है।। 2. मान लो शिव जी भांग लेते भी हैं तो आपको पता होगा कि भांग का नशा 3 घंटे में उत्तर जाता है।। पर शिव जी का एक चौंकड़ा कई युगों का है तो क्या शिव जी हर 3 घंटे में नशा दुबारा करेंगे क्या? नहीं ना! क्योंकि उनकी अखंड समाधि होती है प्रकाश रूपी नाम को ध्याने की।। तो इसका मतलब शिव जी भांग नहीं पीते।। 3. शिव जी व अन्य देवता सूक्ष्म रूपी हैं यानी प्रकाश रूप तोह भांग का नशा तो देह को होता है।। जिनका शरीर नहीं उन्हें भांग का नशा कैसे हो सकता है।। इसका मतलब शिव जी को भांग का नहीं प्रकाश रूपी नाम का नशा है ध्यान का नशा है।। भांग प्रतीक है बार बार किसी चीज की लत लगने की तो शिव जी की परमेश्वर के नाम यानी प्रकाश दर्शन की लत लगी थी और है जिसे वह बार बार दोहराते हैं।। आप सब को शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।। ©Biikrmjet Sing #mahashivratri Hinduism#bhaang