भगवान श्रीहरि विष्णु के पवित्र मंत्र... 1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। 3. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। 4. ॐ विष्णवे नम: 5. ॐ हूं विष्णवे नम: 6. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। 7. लक्ष्मी विनायक मंत्र - दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।। 8. धन-वैभव एवं संपन्नता का मंत्र - ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि। 9. सरल मंत्र - ॐ अं वासुदेवाय नम: - ॐ आं संकर्षणाय नम: - ॐ अं प्रद्युम्नाय नम: - ॐ अ: अनिरुद्धाय नम: - ॐ नारायणाय नम: 10. विष्णु के पंचरूप मंत्र - ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।। विष्णु सहस्रनाम(एक हजार नाम) आज 233 से 243 नाम 233 वह्निः हविका वहन करने वाले हैं 234 अनिलः अनादि 235 धरणीधरः वराहरूप से पृथ्वी को धारण करने वाले हैं 236 सुप्रसादः जिनकी कृपा अति सुन्दर है 237 प्रसन्नात्मा जिनका अन्तः करण रज और तम से दूषित नहीं है 238 विश्वधृक् विश्व को धारण करने वाले हैं 239 विश्वभुक् विश्व का पालन करने वाले हैं 240 विभुः हिरण्यगर्भादिरूप से विविध होते हैं 241 सत्कर्ता सत्कार करते अर्थात पूजते हैं 242 सत्कृतः पूजितों से भी पूजित 243 साधुः साध्यमात्र के साधक हैं 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' भगवान श्रीहरि विष्णु के पवित्र मंत्र... 1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। 3. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। 4. ॐ विष्णवे नम: 5. ॐ हूं विष्णवे नम: 6. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।