मैंने मस्जिदों को देखा मंदिरों की ज़ियारत की गिरजे में भी गया ख़ुदा कहीं नहीं था कहीं भी नहीं थी तो बस इंसान की लाज़वाल कमज़र्फ़ी बदसूरती और गुनाह की बेहिसाब कालिख मैंने पलट ख़ुद को देखा और डर गया। #अदनान कफ़ील दरवेश ©Navash2411 #नवश