ये कुदरत का है करिश्मा या हकीकत बदल रही है कहीं दिन ढ़ल रहा है कहीं रात चल रही है आँखों से जो है दिखता सिर्फ वो ही सच नहीं है कहीं आग जल रही है कहीं राख उड़ रही है... Challenge-133 #collabwithकोराकाग़ज़ 50 शब्दों में अपनी रचना लिखिए :) #करिश्मा #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️