वफ़ा को छूट बेवफाई पर पाबंदी है, गुनाह-ए-इश्क में रिहाई पर पाबंदी है। फैसले एहसास की बुनियाद पर कायम होंगे, अदालत-ए-इश्क में गवाही पर पाबंदी है। ये जरूरी है कि नीदों में ख्वाब आएंगे, साथ ना हो तो भी तन्हाई पर पाबंदी है। मुलाकातें तो उसूल हैं मुहब्बत का, मुहब्बत में ‘फकत' जुदाई पर पाबंदी हैं। ©Nazish Khan #Love #ValentinesDay #Poetry #story #Love #Broken #SAD