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तज़ुर्बा बता रहा हूँ दोस्त, दर्द, ग़म, डर जो भी है ब

तज़ुर्बा बता रहा हूँ दोस्त, दर्द, ग़म, डर जो भी है बस तेरे अंदर है !
खुद के बनाए पिंजरे से निकल के देख...तू भी एक सिकंदर है. #DevNegi  #Anchor #Positive #Quotes #Nojoto
तज़ुर्बा बता रहा हूँ दोस्त, दर्द, ग़म, डर जो भी है बस तेरे अंदर है !
खुद के बनाए पिंजरे से निकल के देख...तू भी एक सिकंदर है. #DevNegi  #Anchor #Positive #Quotes #Nojoto