तनहाई को दू वक़्त ए जिंदगी दिया वक़्त ने इतना वक़्त नहीं। फिर भी अंदर ही अंदर रो लेती हूं। क्या करू के दिल ये हमारा मासूम है सख्त नहीं ©meena #सख्त नहीं।