बचपन की मिठास भी अब कहीं भूल न जाय।। ये स्मृतियां बना लू, कहीं गैजेट्स में हम खो न जाय।। रास्तो की तक़दीर क्या ? अपने पास होते नहीं बचपना का ना समय, ना स्वार्थ, ना भेद..इन्हें अब सँजो तो जॉय। ©Angel Monika Rathee