भाषण एक कला है। अपने विचारों को क्रमबद्ध विधि से श्रोता के समक्ष अभिव्यक्त करना। उपयुक्त शब्दों के चयन के साथ अपनी भावना के संप्रेषण से आसक्त करना।। आदित्य कुमार भारती #World_Speech_Day