Nojoto: Largest Storytelling Platform

मासूम सा चेहरा था उसका होंठो पे मुस्कान नयी थी। द

मासूम सा चेहरा था उसका
होंठो पे मुस्कान नयी थी। 
देख के उसको दिल मचला था 
आँखे दो पल ठहर गयी थी। 

झील सी गहरी आखें उसकी 
जुलफ घने बादल के जैसा। 
रंग है गोरा रूप सुनहरा 
कोई ना दुजा है वैसा। 

देख के उसको हुआ हूँ पागल
नींद उड़ गयी चैन खो गया। 
ढूँढ के उसको लाओ यारों 
लगता है मुझे प्यार हो गया।

©sadsayarilover raju #poem#eknazar
मासूम सा चेहरा था उसका
होंठो पे मुस्कान नयी थी। 
देख के उसको दिल मचला था 
आँखे दो पल ठहर गयी थी। 

झील सी गहरी आखें उसकी 
जुलफ घने बादल के जैसा। 
रंग है गोरा रूप सुनहरा 
कोई ना दुजा है वैसा। 

देख के उसको हुआ हूँ पागल
नींद उड़ गयी चैन खो गया। 
ढूँढ के उसको लाओ यारों 
लगता है मुझे प्यार हो गया।

©sadsayarilover raju #poem#eknazar