मासूम सा चेहरा था उसका होंठो पे मुस्कान नयी थी। देख के उसको दिल मचला था आँखे दो पल ठहर गयी थी। झील सी गहरी आखें उसकी जुलफ घने बादल के जैसा। रंग है गोरा रूप सुनहरा कोई ना दुजा है वैसा। देख के उसको हुआ हूँ पागल नींद उड़ गयी चैन खो गया। ढूँढ के उसको लाओ यारों लगता है मुझे प्यार हो गया। ©sadsayarilover raju #poem#eknazar