किस किस से ज़ख्म छिपाओगे ग़ालिब, अब किस बात का डर कोई नमक छिड़क भी देगा, तो घाव बढ़ थोड़ी जाएगा, कोई नासूर बना भी देगा, तो दर्द कम थोड़ी हो जाएगा, कोई दवा भी कर देगा, तो इतनी आसानी से भर थोड़ी जाएगा, अगर कभी भर भी गया, तो भी ये ज़ख्म, जाते जाते निशां छोड़ जाएगा -Manku Allahabadi ज़ख्म #zakhm #Pain #wound #Scar