साथी है मित्र गंग के जल बिंन्दु पान तक अर्धांगिनी है साथी तो केवल मकान तक संस्कार साथ देगा तो केवल 'परिधान' तक शरीर साथ देगा तो केवल खान -पान तक परिवार के लोग चलेंगे सिर्फ श्मशान तक बेटा भी हक निभाएगा तो अग्निदान तक ©अनुषी का पिटारा.. #JodhaAkbar #कड़वा_सच