#OpenPoetry भय में सहमें हालातों का मंजर नज़र आता है इंसाफ व उम्मीद का खेत बंजर नज़र आता है कत्ल कर दी जाती है सच्चाई सीना तान कर हर रहनुमा के हाथ में ख़ंजर नज़र आता है #OpenPoetry #UnnaoRapeCase #Justice