ये जो तुम खाली बेंच देख रहे हो ना यहां ,ये कभी खाली नही होता था। कभी यहाँ एक नव दम्पति जोड़ा आकर बैठता था। वक़्त वक़्त की बात है वक़्त के साथ सब कुछ बह गया उनका मगर ये बैंच आज भी उनकी याद दिलाता है ।इस बेंच के चारो ओर भले ही वीरानियाँ नजर आ रही हो, कभी यहाँ भी पेड़ पौधे हरियाली होती थी। पक्षियों की चहचहाहट से ये गुंजा करता था और जब वो गाती थी तो मानो सब कुछ थम सा जाता था, उसे सुनने के लिए सब बेताब हो जाते थे । पर अब ,अब क्या, देखो तो जरा सब सुनसान नजर आता है । #याद #बेंच #वीरान #नजर #पंछियों #वक़्त #nojotohindi #nojotofilm #nojotopicturetelling #thoughts