—····चर्चा जहेज़ का -[उम्मत का हाल]- हर शहर हर गली में हैं चर्चा जहेज़ का दुनिया में यह रिवाज़ है अच्छा जहेज़ का, लड़के का जन्म होता ये कहते है फख्र से एक लाख का टिकट है बच्चा जहेज़ का, लड़की के वालिदैन की निंदे हराम है जब से सुना है शहर में चर्चा जहेज़ का, लड़के के वालिदैन तो कहते है नकद भी टी.वी फ्रिज तो आम है हिस्सा जहेज़ का, हर शख्स कह रहा है किस्सा जहेज़ का फिर भी तलाश करता है रिश्ता जहेज़ का, जिस घर में लड़कियां है ज़रा कोई उनसे पूछिये कैसे उठा सकेंगे वोह खर्चा जहेज़ का, कितनी बड़ी है शर्म की यह बात दोस्तो खुद अपने मुंह से मांगना हिस्सा जहेज़ का, पाबंदियां लगाई है शरीयत ने मगर फिर भी शबाब पर है ये धंधा जहेज़ का! –·अल ग़ज़ाली #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì