साथ बैठें हैं मयकदों में जो रोज हिन्दू मुसलमान करते हैं। ना कर यकीं सियासतदानों पर ये सियासत खतरनाक करते हैं। मुल्क की हिफाज़त में सीमाओं पर रोज रोज लहूलुहान हैं जवान , और ये बैठ कर आरामगाहों में अपनी बस सम्मान करते हैं। #politics #durty_politics #kavita #poetry #hindi #hindipoetry #thought #quotes