उम्मीद तु हजारों की थी, चाहत तु लाखों की थी, उम्मीद पे खड़ी भी तु थी, उम्मीद भी तु ही थी, जिसकी उम्मीद ना थी, उसकी रोशनी थी तु, खुशी का ठिकाना भी तु थी, खुशी भी तु ही थी, आज तेरे शव पे सब कुर्बान भी था, और कुर्बान भी तु ही थी We proud of you