कोई तुमसे सीखे हमें मनाना, और मनाते- मनाते खुद रूठ जाना, कोई तुमसे सीखे रिश्ते बनाना, और रिश्ते बनाते-बनाते उन्हें तोड़ जाना, कोई तुमसे सीखे 'नेह' को याद करना, और याद करते-करते नेह भूल जाना। कोई तुमसे सीखे यूं अचानक बदल जाना। और बदलते-बदलते अजनबी बन जाना। कोई तुमसे सीखे महफिल में हमें अजनबी बनाना, और अजनबी बनकर खुद मुस्कुराना। कोई तुमसे सीखे । कोई तुमसे सीखे... #तुमसेसीखे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami