हकीक़त मुझे सब याद है_ऐसा कह कर वो मुझे हर रोज़ कुछ नया बताता हैं, मैं क्या हूं _क्यों हूं इसका एहसास मुझे रोज़ कराता हैं...!! क्या तुम्हें तुम्हारा इंट्रो याद हैं_ऐसा कह कर पता नहीं क्या जताता हैं..!! सोचा नहीं था की ऐसा भी कुछ होगा, मुझसे बेहतर तुझे कोई नहीं जानता ऐसा कह कर मुझे मेरी ही बात बताता हैं...!! कोशिश तो बहुत की मुझे जानने की मगर कभी जान नहीं पाता, हस्ते रहना मेरी आदत हैं_सब कहते हैं ये तेरी ताक़त हैं, मगर मेरी कमज़ोरी कोई क्यों नहीं पहचान पाता...!! ये जिंदगी शायद मेरी होकर भी मेरी नही हैं, चाहते कुछ_सोचते कुछ और होता कुछ और हैं...!! ©themsspsaini 😊ज़िंदगी.....(writen by the Kirti~Saini) #Books #Life #Life_experience #alone #poem #Poetry