तुझे याद कैसे न करू तू रूह है मेरी हवाओ पर किसका जोर है तू सांस है मेरी मोह नही मुझे जन्नत का तुझ में सारी दुनिया है मेरी ये इश्क़, मोहब्बत सिर्फ एक नाम है उस्से भी बढ़कर जान हो मेरी ------भरत