एक मन्नत थी तेरे दीदार की, वो भी पूरी हो गई। तूने जितनी दूरी बनाना चाहा, उससे ज्यादा दूरी हो गई। तुझे क्या पता एक एक दिन रात कैसे बीते है मेरे, मुझे तो जिंदगी से ज्यादा मौत जरूरी हो गई।। ©Gauri Tiwari दिल की बात जुबान तक...