Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्या समझा था तुमने मोहब्बत को पल दो पल ठहर के चले

क्या समझा था तुमने मोहब्बत को
पल दो पल ठहर के चले जाओगे
अरे ये उस पेड़ की छांव की तरह होता है
जहां से किसी का उठ के जाने को मन नहीं करता

©Dr Yatendra Gurjar
  #akela

#akela

126 Views