"दर्द" दर्द परायों का कौन जानता है, दर्द रिश्तों का कौन नहीं जानता है, दर्द सबको होता है, फिर सबका दर्द सबको क्यू नहीं दिखता है, माना रिश्तों मे तकरार होती हैं, फिर भी लोग रिश्तों से अनजान क्यू हो जाते हैं, दर्द तो सबका है, लकिन सबको दिखाई क्यू नहीं देता है, रिश्ते सबके अपने होते हैं, फिर भी अपनो की कदर भूल जाते है, Feeling hurt