तुम्हारे लिए , मैंनें नहीं लिखा कोई शब्द ! जब कि लिख सकता था ; तुम्हारी पहेलियों भरी हँसती- खेलती मुस्कराहट पर ; यूँ अकेले में छुप-छुपकर रोनें पर , पूछने पर उदास होने पर , तुम्हारी कल की बेचैनी पर , बालकनी में खड़े हो बेसब्री से किए जाने वाले इंतजार पर ; दूरी पर, अनगिनत न हुयी मुलाकातों के बहानों पर ; यूँ बात-बात पर किस्से सुनाने पर , हमेशा! अब मैं जाऊँ ; पूछकर चले जाने पर ! कल की ना टूटनें वाली लंबी चुप्पी पर , खत्म ना होने वाली उदासी पर; तुम्हारे अकेलेपन पर.. अपनी निकम्मी मायूसी पर , तुम्हारे लिए की जाने वाली प्रार्थना पर , तुम्हारे बेहद करीब होने के एहसास पर ; तुम्हारे लिए कुछ भी न कर पाने के मलाल पर , या फिर तुम्हारी इन ढेर सारी यादों पर .... फिर भी ; मैंने कोई शब्द तुम पर नहीं लिखे ! केवल यही सोचकर कि मेरे लिए ; मेरी भावनाएं इन शब्दों के शिखरों से कहीं ज्यादा ऊंची व गहरी है और उससे भी कहीं ज्यादा बड़ी हो तुम ! #guru007 #nojotohindi #nojoto #love #life