तू चलती है जब ख्वाहिशें मचलती है तब जब रुक जाती है तू ब्रेक लगता है दिल में धड़कन बढ़ जाती है क्यों याद बहुत आती है क्यों सोचा पेंसिल कि लिखावट है मिट जायेगी दिल कागज़ का निकला कम्बख़्त गड़ी तस्वीर बंद आंखों से भी तड़पा जाएगी #pencil #ubhaar