Nojoto: Largest Storytelling Platform

सुबह होती ही दरवाजे पर दस्तक रात की थी जानता हूँ

सुबह होती ही दरवाजे पर दस्तक रात की थी 

जानता हूँ ऐसे लोगों को भी मैं 
 
बिना ख्वाब के जिन्होंने ताउम्र गुजार दी 
❣️ #kuch_bhi #nishbad #nojoto_poetry #dil_ke_armaan
सुबह होती ही दरवाजे पर दस्तक रात की थी 

जानता हूँ ऐसे लोगों को भी मैं 
 
बिना ख्वाब के जिन्होंने ताउम्र गुजार दी 
❣️ #kuch_bhi #nishbad #nojoto_poetry #dil_ke_armaan