#एक_ऐसा_भी_प्रेम हमारा प्रेम तो है, बिल्कुल हाइड्रोजन! जिसका कुछ नहीं हो सकता वो बस मौजूद है हर जगह बेहद आसानी से सबसे परे ..एकल! और ये रिश्ता टिका है कैल्सियम, मैग्नेशियम के मजबूत आधार पे ! तड़प, विरह, जलन, गुस्सा ये सब बस समझो सोडियम है। और इसे शांत करने को चाहिए.. हाइड्रोकार्बन! ये कार्बन के टुकड़ों पे लिखी ये मेरी हैड्रोजनी नज्में ये सब शांत तो कर सकती हैं पर रह जाएगी एक धुंध हैलोजन की! जिसके लिए भी जरूरत पड़ेगी कई गुना हाइड्रोजन की! और सुनो! तुम मेरी ऑक्सीजन हो हाइड्रोजन से भरपूर! तुम जीवन हो मेरा जल की भाँति.... ©Shivam Tiwari #एक_ऐसा_भी_प्रेम हमारा प्रेम तो है, बिल्कुल हाइड्रोजन! जिसका कुछ नहीं हो सकता वो बस मौजूद है हर जगह बेहद आसानी से सबसे परे ..एकल! और ये रिश्ता टिका है