वो बोली जब भी जी चाहे चले आना मेरे ख्वाबों में। कि ख्वाबों के दरवाज़ों पे ताले नहीं होते।। वो बोली जब भी जी चाहे चले आना मेरे ख्वाबों में। कि ख्वाबों के दरवाज़ों पे ताले नहीं होते।।