शिक्षक तो सूर्य है,और शिष्य है चांद, दोनो विचरण करते क्षितिज पर, किन्तु दोनो में है एक अंतर, सूर्य की रोशनी भर देती है ऊर्जा, और चांद की रौशनी देती शीतलता, परन्तु सूर्य(शिक्षक)के प्रकाश (ज्ञान) बिनु, चांद(शिष्य)का अस्तित्व हैं अधूरा। #टीचर #hapoyteachersday