ख्वाहिशों के शहर में, उम्मीदों का बाज़ार ज़रा मंदा है। दिलों का कारोबार ऐसे मत करो, ये महज़ एक गोरख-धंधा है। -रूद्र प्रताप सिंह (Plz Refer To Caption For Meaning) गोरख-धंधा* : Illegal work, Racket