"घिरे बादल के अँधेरे भी कभी , सुबह की रौशनी सी लगती थी। आज चमकती रौशनी भी , अंधेरेपन सी लगती है । वो भी एक वक़्त था, जब एक लम्हें में एक ज़िन्दगी जी लिया करते थे! आज ये वक़्त है, जो कभी उदासी सी भरी शाम ले आती है , तो कभी ज़िन्दगी बेबस कर जाती है..!" #ज़िन्दगी #वक़्त #वक़्त_और_हालात "घिरे बादल के अँधेरे भी कभी , सुबह की रौशनी सी लगती थी। आज चमकती रौशनी भी , अंधेरेपन सी लगती है । वो भी एक वक़्त था, जब एक लम्हें