वह जो निकले थे सपने पूरा कर ने शहर की आबोहवा में कहीं खो गए थे नजरें तरसने लगी थी बूढ़े मां-बाप की उनसे मिलना ही स्वप्न रह गया था मात्र उनका डर कर ही सही लौट आए हैं वो वर्षों बाद अपनी मिट्टी से मिलकर मुस्कुराएं वो #कोरोना_वायरस #शहर #दहशत #गाँव #यादें #बचपन_के_वो_दिन #क़ोरोनासेडरोना