ज़हर से ज्यादा खतरनाक है ये मुहब्बत....... ज़रा सा कोई चख ले तो मर-मर के जीना पड़ता है....... तुम्हारे मुहब्बत में फ़ना होने का इनाम तुमसे ये मिला ...... तुमने बड़े प्यार से गुनाहों का देवता कह दिया ........ सुना है तुम ले लेते हो हर बात का बदला... आजमाएंगे कभी तुम्हारे लबों को चूम कर....... इतनी भी गुमान में दूरियां न बढावों अपनों से जानेमन ... फिर कभी करीब आने के ख्यालों को फिर वो गलियां न मिले अपनों तक पहुँचने की... 🤔निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey ज़हर से ज्यादा खतरनाक है ये मुहब्बत....... ज़रा सा कोई चख ले तो मर-मर के जीना पड़ता है....... तुम्हारे मुहब्बत में फ़ना होने का इनाम तुमसे ये मिला ...... तुमने बड़े प्यार से गुनाहों का देवता कह दिया ........ सुना है तुम ले लेते हो हर बात का बदला... आजमाएंगे कभी तुम्हारे लबों को चूम कर....... इतनी भी गुमान में दूरियां न बढावों अपनों से जानेमन ...