न जाने ये जाति धर्म, न जाने ये पीड़, जो न समझे उसे समझाए, चाहे राजा हो या फ़कीर, जिसे पड़े वो हाँ हाँ बोले, भईया डंडा सबका पीर। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_452 👉 डंडा सबका पीर लोकोक्ति का अर्थ - सख्ती करने से लोग नियंत्रित होते हैं। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ लिखने के बाद यहाँ Done काॅमेंट करें।