हां जानती हूं खफा है तू उससे। पर हाथ पकड़कर दो कदम साथ तू भी तो नही चला उसके।। उसका पहनावा, उसका चलना, उसका बोलना, ओर उसका सवाल करना भी कहा पसंद था तुझे।। मधुकवि अब जरा सोच के तुझमें फिर ऐसा क्या है। जो पसंद आए उसे।। ..मधुकवि होगा तू खफा उससे। पर हाथ पकड़कर साथ तो तू भी नही चला उसके।। मधुकवि पूछा होगा ना तूने के रिश्ता फिर क्यों रखा। पर तूने भी तो उसको अपना मनोरंजन ही समझा होगा।। औरत तो बन जाती वो तेरी । पर उसका हमदर्द भी तो नही बनना चाहा कभी तूने।। मधुकवि छोड़कर जो तू गया होगा बीच राह पर उसे। लौटकर तू आए ये हक नही अब तुझे।। मधुकवि दुआ कर के अब उसे कोई हमदर्द मिल जाए । ओर खुश रहे वो अपने जीवन मे।। मधुकवि ©madhukvi #दर्द #आत्मा_और_किरदार #आत्मस्मान #तकलीफ #जींदगीकेअफसाने #जिंदगीकेकिस्से #Freedom