दिल की राह चलते हुए , महसूस हुआ हमको के, घाटे का सौदा किया, जो हमदर्द था इक आखरी परिंदा, वो भी उड़ गया तेरे शहर को, सुना है तेरी गलियों में, अंबार लगा है खुशियों का। बाज़ार सजा है ख़ुशियों का, अंबार लगा है ख़ुशियों का... #अंबार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #myownmusings