रास्तों की फ़िक्र छोड़, निकल जाते हैं कुछ लोग जानिब–ए– मंज़िल ए'तिबार-ए-ज़ौक़-ए-नज़र काफ़ी होता है हौसला बढ़ाने को। Goodnight I hope you all had a great day Like if you like it