हर बार सवाल होता है मेरा ईश्वर से क्यों क्यों क्यों मुझे ही क्यों चुना तुमने अकेला । क्यों दी इतनी शक्ति समझने की क्यों नहीं नासमझ बना भेजा ? चुनना ही है तो कठोर बना दो न क्यों बार बार नुकीले भाव से मन छलनी कर देते हो ? क्यों अब तेरी मोजुदगी मुझे कोई आभास नहीं देती है बहुत सारे प्रश्न है मन में आखिर क्यों? (सलोनी) #अलोन_हार्ट