सपनों जैसी लड़की समेत कर अपनी आबरु, वो फिर कलम उठाएगी खुद अपनी कहानी लिखेगी, वो जिद्दी सी लड़की पुर्जा पुर्जा कर जोड़ेगी सीना अपना हिम्मत कर फिर दिल लगाएगी, वो दिलेर लड़की _____________________ लफ्जो को ढाल बना कर हर मकाम पाएगी खुद से बाते करने वाली किताबों सी लड़की तीखी सी- मीठी सी वो हिरणी सी लड़की आईने में देखू तो मुझ जैसी ही वो मुझ जैसी लड़की #Pattern