_#कवी'धनूज. इंसान इंसानों में रहकर इंसान ना बन पाया कुत्ता इंसानों में रहकर इमानदार कह लाया कुछ इस तरहां से आज बदनाम है इंसानियत बाहर से पहने लिबास इंसानियत का भीतर से ए-इंसान तू जानवर हि बन पाया -लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ) #धनूज | रंग मनाचे.. ©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #कडवा_सच